The best Side of हाई ब्लड प्रेशर में क्या खाएं

Wiki Article



आर्थराइटिस की समस्या में कई सारे हेल्थ एक्सपर्ट दूध पीने से मना करते हैं। रिसर्च में पता चला है कि गाय के दूध में पाया जाने वाला एमएपी नाम का तत्व शरीर में आर्थराइटिस की समस्या को बढाने में मदद करता है। खासतौर पर महिलाओं को इस तत्व के शरीर में होने से आर्थराइटिस की समस्या पुरुषों से ज्यादा होती है।  रेड  मीट

सारी प्रॉब्लम का समाधान है अगर आप घर में जमायेंगे आइसक्रीम और कुल्फी...

सूखे मेवे और बीज – पिस्ता, अखरोट, बादाम, अलसी के बीज, सूरजमुखी के बीज, कद्दू के बीज, चिया बीज आदि।

प्रमोशन, इंक्रीमेंट या रिलेशनशिप, असफलता कहीं भी मिल सकती है, जानिए इसे कैसे संभालना है

डायबिटीज पेशेंट को अक्सर ये उलझन रहती है कि वे खाली पेट क्या खाएं और क्या नहीं?

अलसी के बीज हाई बीपी को कम करने में मदद करते हैं। इसके साथ ही साथ ये हृदय रोग से भी बचाते हैं और खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी कम करते हैं। 

जी हां, जब भी हम बीमार होते हैं, तो डॉक्टर अक्सर हमें मूंग दाल के सेवन की सलाह देते हैं. इतना ही नहीं जो लोग डायबिटीज, ब्लड प्रेशर का शिकार हैं, इनके लिए भी मूंग दाल का सेवन काफी फायदेमंद साबित होता है.

हाई बीपी में इन खादय् पदार्थों को खाएं - 

(और पढ़े – मछली खाने के फायदे और नुकसान…)

लहसुन में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो ब्लड प्रेशर को रोकते हैं और रक्त प्रवाह में सुधार करते हैं। इसलिए हर दिन लहसुन खाने की कोशिश करें। बहुत सारे अध्ययनों से पता चला है कि लहसुन में उच्च रक्तचाप को कम करने वाले प्रभाव हैं। पका हुआ और कच्चा लहसुन दोनों ही आपके उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में आपकी मदद कर सकते हैं। यह आपके कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी काफी कम कर सकता है। लहसुन हाइड्रोजन सल्फाइड और नाइट्रिक ऑक्साइड के निर्माण को उत्तेजित करके आपकी रक्त वाहिकाओं को आराम करने में मदद करता है।

लीची का जुड़वां भाई है ये लोंगन फ्रूट...वेट लॉस ही नहीं हाई बीपी को भी करता है कंट्रोल

अगर वजन ज्यादा है या फिर मोटापे का शिकार हैं, तो वजन कम करें। अधिक वजन होने के Source कारण उच्च रक्तचाप होने की आशंका कई गुना बढ़ जाती है। इसके लिए जिम ट्रेनर या फिर योग प्रशिक्षक की देखरेख में अपना वजन कम कर सकते हैं।

पानी, ताजा फल का जूस, सब्जियों का जूस और नारियल पानी।

जितना हो सके पानी पिएं। अधिक पानी पीने से मूत्र के जरिए विषैले जीवाणु शरीर से बाहर निकल जाते हैं और पाचन तंत्र भी अच्छी तरह काम करता है।

Report this wiki page